आरबीआई ने यस बैंक को दी 60 हजार करोड़ रुपए की सहायता, बैंक में सामान्य रूप से कामकाज शुरू

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने यस बैंक को 60,000 करोड़ रुपए सहायता दी है ताकि यह जमाकर्ताओं के दायित्व को पूरा कर सके। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने 16 मार्च को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा था कि, 'मैं यस बैंक के खाताधारकों को यह यकीन दिलाना चाहता हूं कि उनका पैसा पूरी तरह सुरक्षित है और उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा था कि "यस बैंक के पास किसी भी आवश्यकता को पूरा करने के लिए पर्याप्त फंड है। यदि कोई आवश्यकता है, तो आरबीआई उसकी पूरी मदद करेगा। यस बैंक में सामान्य रूप से कामकाज शुरू हो चुका है।



किस बैंक ने यस बैंक में कितना निवेश किया
एसबीआई को 6050 करोड़ रुपए में 605 करोड़ शेयर आवंटित किए गए हैं। इस कदम के बाद एसबीआई की यस बैंक में 49 फीसदी हिस्सेदारी हो जाएगी। आरबीआई की रेस्क्यू स्कीम के मुताबिक एसबीआई, यस बैंक में अपनी हिस्सेदारी 26 फीसदी से कम नहीं कर सकेगा। संकट के दौर से जूझ रहे यस बैंक में आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी ने भी यस बैंक में 1,000-1,000 करोड़ रुपए का निवेश करने का फैसला किया है। दोनों ही बैंक ने 10 रुपए प्रति शेयर के हिसाब से 100-100 करोड़ इक्विटी शेयर खरीदे हैं। एक्सिस बैंक 600 करोड़ रुपए और कोटक महिंद्रा बैंक 500 करोड़ रुपए का निवेश करेगा। इसके अलावा यस बैंक में 300 करोड़ रुपए का निवेश बंधन बैंक करेगा। आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने भी यस बैंक में 250 करोड़ रुपए का निवेश करेगा। इससे पहले फेडरल बैंक ने भी यस बैंक में 300 करोड़ रुपए का निवेश करने का ऐलान किया था। फेडरल बैंक यस बैंक के 30 करोड़ शेयर खरीदेगा।


सामान्य हुआ यस बैंक में काम-काज
यस बैंक ने बुधवार से अपना काम-काज शुरू कर दिया है, बैंक के ग्राहक अब पहले की तरह बैंकिंग सेवाओं का लाभ उठा पाएंगे। रिजर्व बैंक ने 5 मार्च को बैंक पर पाबंदी लगा दी थी। इसके तहत ग्राहकों को तीन अप्रैल तक अपने खाते से 50,000 रुपए तक निकालने की छूट दी गई थी। सरकार ने पिछले सप्ताह पुनर्गठन योजना को अधिसूचित किया।